स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू की गई Nikshay Poshan Yojana एक महत्वपूर्ण योजना है जो टीबी (क्षय रोग) से पीड़ित रोगियों को इलाज के दौरान पोषण संबंधी सहायता प्रदान करती है। यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत संचालित होती है और टीबी रोगियों को नकद या वस्तु के रूप में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से सहायता दी जाती है। Nikshay Poshan Yojana का मुख्य उद्देश्य टीबी रोगियों के पोषण की स्थिति को सुधारना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने में सहायता करना है।
Nikshay Poshan Yojana का उद्देश्य
Nikshay Poshan Yojana का उद्देश्य टीबी रोगियों को उपचार के दौरान बेहतर पोषण प्रदान करना है। अक्सर देखा गया है कि टीबी जैसी गंभीर बीमारियों के कारण रोगियों की शारीरिक स्थिति कमजोर हो जाती है, जिसके कारण उन्हें अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता होती है। इसलिए, सरकार ने टीबी के उपचार के साथ-साथ रोगियों को पोषण संबंधी सहायता देने का फैसला किया है ताकि उनका इलाज पूरी तरह सफल हो सके।
योजना के मुख्य बिंदु (Key Highlights of Nikshay Poshan Yojana)
विशेषता | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | Nikshay Poshan Yojana |
योजना का संचालन | स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय |
योजना के तहत सहायता | प्रति माह ₹500 की प्रोत्साहन राशि (नकद या वस्तु के रूप में) |
पात्रता | सभी अधिसूचित टीबी रोगी जो निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत हैं |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
पंजीकरण पोर्टल | NIKSHAY पोर्टल |
योजना की शुरुआत | 1 अप्रैल 2018 |
सहायता का वितरण | प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से |
सहायता का प्रकार | नकद या वस्तु (राज्य सरकार के विवेकाधिकार पर निर्भर) |
योजना के लाभ (Benefits of Nikshay Poshan Yojana)
Nikshay Poshan Yojana के अंतर्गत टीबी रोगियों को निम्नलिखित लाभ प्रदान किए जाते हैं:
- नकद सहायता: सभी अधिसूचित टीबी रोगियों को हर महीने ₹500 की नकद राशि प्रदान की जाएगी, जब तक कि वे टीबी-रोधी उपचार पर हैं। यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में DBT के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी।
- वस्तु के रूप में सहायता: कुछ राज्यों में यह सहायता नकद के बजाय वस्तु के रूप में भी दी जा सकती है। इसमें एक खाद्य टोकरी शामिल होती है, जिसका कुल मूल्य ₹500 प्रति माह से कम नहीं होना चाहिए। इसमें पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं जो टीबी रोगियों के पोषण की आवश्यकता को पूरा करते हैं।
यह हर राज्य का विवेकाधिकार होता है कि वह सहायता नकद या वस्तु के रूप में प्रदान करे।
पात्रता (Eligibility Criteria for Nikshay Poshan Yojana)
Nikshay Poshan Yojana का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड हैं:
- टीबी रोगी: आवेदक टीबी (क्षय रोग) से पीड़ित होना चाहिए।
- पंजीकरण: रोगी को NIKSHAY पोर्टल पर पंजीकृत या अधिसूचित होना अनिवार्य है। इसका मतलब है कि जो भी टीबी रोगी इस पोर्टल पर पंजीकृत होगा, उसे योजना का लाभ प्राप्त होगा।
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आवेदन प्रक्रिया (Application Process for Nikshay Poshan Yojana)
Nikshay Poshan Yojana के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑफलाइन है। टीबी रोगी को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होता है:
- निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं: टीबी रोगी को अपनी नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र पर जाकर पंजीकरण कराना होगा।
- NIKSHAY पोर्टल पर पंजीकरण: पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान स्वास्थ्य कर्मी द्वारा रोगी की जानकारी NIKSHAY पोर्टल पर दर्ज की जाएगी।
- बैंक खाता जानकारी: रोगी को अपना बैंक विवरण, आधार कार्ड, और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे ताकि प्रोत्साहन राशि DBT के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जा सके।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज (Documents Required for Nikshay Poshan Yojana)
- स्वयं का बैंक विवरण: यदि टीबी रोगी का अपना बैंक खाता है, तो उसे इसका विवरण देना होगा।
- माता-पिता/अभिभावक का बैंक विवरण: यदि रोगी के पास अपना बैंक खाता नहीं है, तो उसके माता-पिता या अभिभावक का बैंक खाता विवरण दिया जा सकता है।
- आधार कार्ड: पंजीकरण के लिए आधार संख्या अनिवार्य है, क्योंकि DBT के तहत प्रोत्साहन राशि आधार से लिंक किए गए बैंक खाते में ही ट्रांसफर की जाएगी।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
निष्कर्ष (Conclusion)
Nikshay Poshan Yojana टीबी रोगियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है, जो उन्हें न सिर्फ आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उनके स्वास्थ्य सुधार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। Nikshay Poshan Yojana का लाभ लेने के लिए टीबी रोगियों को NIKSHAY पोर्टल पर पंजीकृत होना अनिवार्य है। योजना के तहत सरकार का उद्देश्य है कि टीबी के खिलाफ लड़ाई में मरीजों को हर संभव सहायता दी जाए, ताकि देश से इस गंभीर बीमारी का उन्मूलन किया जा सके।
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