ओडिशा सरकार द्वारा शुरू की गई सुभद्रा योजना (Subhadra Yojana) का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं को पांच साल में 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। हालांकि, नगड़ा और आसपास के ग्रामीण इलाकों की गरीब महिलाएं Subhadra Yojana का लाभ नहीं उठा पा रही हैं।
क्या है समस्या?
नगड़ा और इसके आस-पास के गांवों जैसे नालियादाब, गुहियाशाल, तलडीह, और तुमुणी की महिलाएं योजना की पात्रता रखते हुए भी आवेदन नहीं कर पा रही हैं।
- संचार और परिवहन की कमी:
महिलाओं को आवेदन प्रक्रिया के लिए 20 किलोमीटर दूर कालियापाणी जाना पड़ता है। - आर्थिक बोझ:
एक बार आवागमन पर 300 से 1,000 रुपये तक खर्च होता है, जो इन महिलाओं की क्षमता से बाहर है। - डिजिटल संसाधनों की कमी:
ज्यादातर महिलाओं के पास मोबाइल फोन नहीं हैं, और आधार कार्ड व बैंक खाते की जानकारी मेल नहीं खा रही है। - समय की बर्बादी:
महिलाओं को जनसेवा केंद्र और बैंक में घंटों इंतजार करना पड़ता है, जिससे उनका दिनभर का काम प्रभावित होता है।
क्या कहती हैं महिलाएं?
156 पात्र महिलाओं में से अब तक केवल 56 महिलाओं ने आवेदन किया है। बाकी महिलाओं का कहना है कि आवेदन प्रक्रिया में न केवल समय लगता है, बल्कि खर्च भी बहुत अधिक है।
- कई महिलाओं ने तीन बार कालियापाणी जाकर आवेदन करने की कोशिश की, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं मिली।
- उनके अनुसार, हजार रुपये खर्च करने के बाद भी काम नहीं हो पाता है, जिससे उनका भरोसा टूट रहा है।
सरकारी प्रयास और चुनौतियां
पिछले महीने जिलाधिकारी पी. अन्वेषा ने सुकिंदा ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर और बैंक अधिकारियों के साथ बैठक कर इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश की।
- अस्थायी कैंप:
- कालियापाणी के पास एक अस्थायी कैंप लगाया गया, जहां 31 महिलाओं का केवाईसी अपडेट किया गया।
- महिलाओं की पहचान के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक और मोबाइल फोन की जांच की गई।
- विशेष दौरा:
- एसबीआई और यूनियन बैंक के अधिकारियों ने नगड़ा का दौरा कर महिलाओं से संपर्क किया।
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से महिलाओं की जानकारी इकट्ठा की गई।
- आधार में गड़बड़ियां:
- कई महिलाओं के आधार और बैंक खातों में नाम व पता अलग-अलग हैं, जिससे आवेदन प्रक्रिया में बाधा आ रही है।
क्या हैं संभावित समाधान?
सरकार और प्रशासन महिलाओं की समस्याओं को दूर करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं:
- शिविर आयोजित करना:
- बैंक और सरकारी अधिकारी जल्द ही नगड़ा और आसपास के गांवों में कैंप लगाकर महिलाओं की समस्याओं का समाधान करेंगे।
- एनजीओ की मदद:
- विशेष प्रतिनिधिमंडल महिलाओं की मदद के लिए भेजा जाएगा।
- डिजिटल संसाधन उपलब्ध कराना:
- महिलाओं को मोबाइल फोन और आधार अपडेट की सुविधा दी जाएगी।
Subhadra Yojana Online Apply 2024-25: पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया
सुभद्रा योजना का उद्देश्य और लाभ
- आर्थिक सशक्तिकरण:
- पांच साल में 50,000 रुपये की सहायता से महिलाएं अपने छोटे व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।
- पारिवारिक स्थिति में सुधार:
- महिलाओं की आय से उनके परिवार की वित्तीय स्थिति में सुधार होगा।
- स्वावलंबन:
- इस योजना के तहत महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और समाज में सशक्त भूमिका निभा पाएंगी।
आगे की राह
ओडिशा सरकार के प्रयासों के बावजूद नगड़ा और अन्य पिछड़े गांवों की महिलाओं तक Subhadra Yojana का लाभ पहुंचाना एक चुनौती बना हुआ है।
- प्रशासनिक सक्रियता:
जिला प्रशासन को अधिक सक्रिय होकर महिलाओं के लिए पहुंच के समाधान निकालने होंगे। - स्थानीय संसाधनों का उपयोग:
- गांवों में ही स्थायी जनसेवा केंद्र स्थापित करने से महिलाओं को बार-बार दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- सामुदायिक भागीदारी:
- स्थानीय एनजीओ और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को शामिल कर महिलाओं को जागरूक और प्रेरित किया जा सकता है।
Subhadra Yojana Status Check कैसे करे: महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उड़ीसा सरकार की नई पहल
निष्कर्ष
Subhadra Yojana ओडिशा सरकार की एक प्रभावी पहल है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इसका प्रभाव तभी बढ़ेगा जब महिलाओं की बुनियादी समस्याओं को हल किया जाएगा। नगड़ा की महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से कमजोर हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता की कमी और बुनियादी सुविधाओं के अभाव से भी जूझ रही हैं।
सरकार और प्रशासन को इन समस्याओं को गंभीरता से लेकर जल्द से जल्द समाधान निकालना होगा, ताकि सुभद्रा योजना का लाभ हर पात्र महिला तक पहुंचे।