मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक बार फिर से अपने खजाने का दरवाजा खोल दिया है। राज्य सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए बिजली की समस्या से निजात दिलाने और उनकी फसल उत्पादन में वृद्धि के लिए पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana MP) के तहत सोलर पंप लगाने का निर्णय लिया है। यह योजना खासकर उन किसानों के लिए है, जो बिजली कटौती और सिंचाई में आने वाली मुश्किलों से परेशान रहते हैं। इस योजना के तहत मध्य प्रदेश के किसानों को 52,000 सोलर पंप दिए जाएंगे, जिससे वे अपनी जमीन पर सिंचाई कर सकेंगे और बिजली की समस्या से भी मुक्ति पाएंगे।
PM Kusum Yojana का उद्देश्य
PM Kusum Yojana का मुख्य उद्देश्य किसानों को सस्ती और उपलब्ध ऊर्जा प्रदान करना है। मौजूदा समय में कई किसान अपने खेतों में सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर हैं, लेकिन बिजली कटौती और अनियमित आपूर्ति के कारण वे अपनी फसलों को समय पर पानी नहीं दे पाते। इस समस्या को हल करने के लिए राज्य सरकार ने 52,000 सोलर पंप लगाने का फैसला किया है। इस योजना के तहत किसान अपनी जमीन पर सोलर पंप स्थापित कर सकेंगे, जो सौर ऊर्जा से चलेंगे और उन्हें बिजली की कमी से मुक्ति दिलाएंगे।
PM Kusum Yojana के तहत सब्सिडी
इस योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप की कुल लागत पर 60% तक की सब्सिडी दी जाएगी। इसमें 30% केंद्र सरकार द्वारा और 30% राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी मिलेगी। इसका मतलब है कि यदि सोलर पंप की कीमत 1,00,000 रुपये है, तो किसान को केवल 40,000 रुपये देने होंगे। बाकि की राशि सरकार द्वारा वहन की जाएगी।
यदि किसान के पास तत्काल धनराशि की कमी है, तो वह 30% का लोन बैंक से भी ले सकता है। इससे किसान को केवल 10% रकम अदा करनी होगी और शेष लोन द्वारा पूरा किया जा सकता है।
PM Kusum Yojana MP सोलर पंप की विशेषताएं
- पावर क्षमता: 5 किलोवाट के सोलर पैनल्स
- बिजली उत्पादन: हर पंप लगभग 250 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा।
- सिंचाई के लिए समय पर पानी: बिजली कटौती से निजात मिलेगी और फसलों को समय पर पानी मिल पाएगा।
- सोलर पंप की वारंटी: 5 साल की वारंटी के साथ सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे।
- खराबी की स्थिति में तुरंत मरम्मत: खराबी की स्थिति में पंप की मरम्मत तुरंत कर दी जाएगी, ताकि किसान को कोई परेशानी न हो।
आवेदन की प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यह योजना “पहले आओ पहले पाओ” के आधार पर लागू की जाएगी, इसलिए जो किसान सबसे पहले आवेदन करेंगे, उन्हें पहले सोलर पंप मिलेंगे।
आवेदन कैसे करें:
- सरकारी पोर्टल पर जाएं और आवेदन फॉर्म भरें।
- आवश्यक दस्तावेज जैसे जमीन के कागजात, आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स आदि अपलोड करें।
- आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, चयनित किसानों को सूचित किया जाएगा और उन्हें सोलर पंप लगाया जाएगा।
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PM Kusum Yojana टेंडर प्रक्रिया
सरकार ने सोलर पंप लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। कई कंपनियां इस टेंडर में भाग लेंगी और जो कंपनी सबसे कम लागत और अच्छे सिस्टम की पेशकश करेगी, उसे यह कार्य सौंपा जाएगा। सरकार का प्रयास है कि इस साल के अंत तक (अक्टूबर-दिसंबर 2024) सभी पंपों की स्थापना का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
PM Kusum Yojana का लाभ
- सस्ती और टिकाऊ ऊर्जा: सोलर पंप के माध्यम से किसान को बिजली की जरूरत नहीं होगी। वे अपनी फसलों को सौर ऊर्जा से सिंचाई कर सकेंगे।
- बिजली बिल से राहत: सोलर पंप से चलने वाले सिस्टम से किसानों को बिजली के भारी बिल से छुटकारा मिलेगा।
- फसल उत्पादन में वृद्धि: समय पर पानी मिलने से फसल की पैदावार में वृद्धि होगी।
- किसानों की आत्मनिर्भरता: सोलर पंप के उपयोग से किसान बिजली कटौती की समस्याओं से मुक्त होकर आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
5 साल की वारंटी
सोलर पंप को 5 साल की वारंटी के साथ दिया जाएगा। इसका मतलब है कि यदि पंप में कोई भी खराबी आती है, तो उसे तुरंत सुधारने की व्यवस्था होगी। यह सुविधा किसानों के लिए एक बहुत बड़ा लाभ है, क्योंकि उन्हें किसी अतिरिक्त मरम्मत या रखरखाव की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।
PM Kusum Yojana की समयसीमा
सरकार की योजना है कि इस साल के अंत तक पंप लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए किसान अभी से तैयारी शुरू कर सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के शुरू होने का इंतजार कर सकते हैं। एक बार आवेदन प्रक्रिया शुरू होने के बाद, किसान आवेदन कर सकते हैं और पहले आओ पहले पाओ के आधार पर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
PM Kusum Yojana से जुड़े मुख्य बिंदु
- 52,000 सोलर पंपों की स्थापना।
- किसानों को 60% तक सब्सिडी।
- “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर आवेदन।
- 5 साल की वारंटी और फ्री मरम्मत।
- बिजली कटौती से निजात और समय पर सिंचाई।
नतीजा
PM Kusum Yojana किसानों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है। मध्य प्रदेश सरकार का यह कदम किसानों की सिंचाई संबंधी परेशानियों को दूर करने और उन्हें बिजली के बिलों से राहत दिलाने के उद्देश्य से उठाया गया है। सोलर पंप के उपयोग से किसानों को न केवल बिजली कटौती की समस्या से छुटकारा मिलेगा, बल्कि उनकी फसल उत्पादन में भी वृद्धि होगी। इसलिए, किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए जल्द से जल्द आवेदन करना चाहिए।