PM Fasal Bima Yojana की बढ़ाई तारीख, जानें कब तक कर सकते हैं आवेदन ? हरियाणा के किसानों के लिए बड़ी राहत

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PM Fasal Bima Yojana) एक महत्वपूर्ण सरकारी योजना है जो किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले फसल नुकसान से बचाने के लिए लागू की गई है। इस योजना के तहत, किसानों को उनकी फसलों का बीमा करने का अवसर मिलता है, ताकि वह बिना किसी खतरे के अपनी खेती का कार्य कर सकें। हाल ही में, हरियाणा सरकार ने खरीफ फसल बीमा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 25 अगस्त 2024 कर दी है, जिससे राज्य के किसानों को राहत मिली है।

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PM Fasal Bima Yojana का परिचय

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) भारत सरकार द्वारा 2016 में शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा, कीटों के हमले, और अन्य जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत किसानों को उनकी फसल के नुकसान की भरपाई करने के लिए बीमा का प्रावधान किया गया है।


फसल बीमा की अंतिम तिथि में बदलाव

हरियाणा के किसानों के लिए खरीफ फसल बीमा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त 2024 थी, जिसे अब बढ़ाकर 25 अगस्त 2024 कर दिया गया है। यह तिथि बढ़ाने का निर्णय किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि वे बिना किसी दिक्कत के अपनी फसलों का बीमा करवा सकें।

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फसल बीमा के तहत शामिल फसलें और बीमा राशि

हरियाणा के किसानों के लिए खरीफ फसलों के बीमा के तहत कई प्रमुख फसलें शामिल की गई हैं। धान के लिए 1640 रुपए प्रति एकड़, तिल के लिए 176 रुपए, उड़द के लिए 778 रुपए, मक्का के लिए 942 रुपए, ज्वार के लिए 808 रुपए, मूंगफली के लिए 1440 रुपए, और बाजरा के लिए 730 रुपए का बीमा कवर प्रदान किया गया है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे समय पर अपने बीमा आवेदन करें ताकि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सके।


हरियाणा सरकार की “Mera Pani Meri Virasat” योजना

“Mera Pani Meri Virasat” योजना के तहत हरियाणा सरकार ने किसानों को धान की जगह अन्य फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस योजना के तहत, जो किसान धान की खेती की जगह दूसरी फसलें उगाने का निर्णय लेते हैं, उन्हें सरकार द्वारा ₹7000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके लिए किसानों को अपना आवेदन करना होगा और यदि उनका खेत खाली है, तो उसके बारे में भी पोर्टल पर जानकारी देनी होगी।


कृषि और कल्याण विभाग द्वारा मोबाइल बैंकों का संचालन

कृषि और कल्याण विभाग द्वारा कुछ क्षेत्रों में मोबाइल बैंक चलाए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य किसानों को फसल बीमा योजना के प्रति जागरूक करना है। इन बैंकों के माध्यम से किसानों को समय सीमा के बारे में जानकारी दी जा रही है, ताकि वे समय पर अपने बीमा आवेदन कर सकें।

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मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल की भूमिका

मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल उन किसानों के लिए खुला है, जो अपनी फसल की सुरक्षा और बीमा के लिए जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। इस पोर्टल के माध्यम से किसान अपनी फसल की जानकारी दर्ज कर सकते हैं और स्वच्छ खेती को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक उपायों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।


किसानों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे समय रहते अपनी फसलों का बीमा करवा लें ताकि प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सके। फसल बीमा योजना के तहत बीमा कराने से न केवल आर्थिक सुरक्षा मिलती है, बल्कि भविष्य में खेती के कार्यों में भी स्थिरता आती है।

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निष्कर्ष

PM Fasal Bima Yojana और हरियाणा सरकार की “मेरा पानी मेरी विरासत” योजना दोनों ही किसानों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। इन योजनाओं का सही समय पर उपयोग करके किसान न केवल अपनी फसलों को सुरक्षित कर सकते हैं बल्कि आर्थिक रूप से भी मजबूत हो सकते हैं। समय रहते फसल बीमा करवाना और योजनाओं का लाभ उठाना, किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

PM Fasal Bima Yojana के तहत कौन-कौन सी फसलें शामिल हैं?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ और रबी दोनों मौसम की फसलें शामिल हैं, जैसे कि धान, तिल, उड़द, मक्का, ज्वार, मूंगफली, बाजरा, गेहूं, सरसों आदि।
फसल बीमा की अंतिम तिथि क्या है?
हरियाणा के किसानों के लिए खरीफ फसल बीमा की अंतिम तिथि 25 अगस्त 2024 है।
मेरा पानी मेरी विरासत योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना का उद्देश्य धान की जगह अन्य फसलों की खेती को प्रोत्साहित करना है और इसके लिए किसानों को ₹7000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
फसल बीमा के लिए आवेदन कैसे किया जा सकता है?
फसल बीमा के लिए किसान अपनी नजदीकी बैंक शाखा या कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, वे मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।
फसल बीमा से क्या लाभ है?
फसल बीमा से किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले फसल नुकसान की भरपाई मिलती है, जिससे उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिलती है और वे बिना किसी डर के खेती का कार्य कर सकते हैं।
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