Janani Suraksha Yojana: जननी सुरक्षा योजना लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

भारत सरकार द्वारा शुरू की गई जननी सुरक्षा योजना (Janani Suraksha Yojana) एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना है। यह योजना गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित करती है, ताकि प्रसव के समय उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता मिल सके। इस लेख में, हम जननी सुरक्षा योजना के विभिन्न पहलुओं, इसके लाभ, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

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Janani Suraksha Yojana का उद्देश्य

जननी सुरक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे सुरक्षित रूप से सार्वजनिक या मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में प्रसव कर सकें। Janani Suraksha Yojana खासतौर पर गरीबी रेखा से नीचे (BPL) के परिवारों की महिलाओं के लिए लाभदायक है। इसके माध्यम से प्रसव के समय दी जाने वाली सहायता से मातृ और शिशु स्वास्थ्य में सुधार लाने का प्रयास किया गया है।


जननी सुरक्षा योजना के प्रमुख लाभ

  1. ग्रामीण क्षेत्रों में सहायता: यदि कोई गर्भवती महिला ग्रामीण क्षेत्र में रहती है और उसका प्रसव सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में होता है, तो उसे ₹1400 की नकद सहायता दी जाती है। यह सहायता प्रसव के बाद तुरंत दी जाती है ताकि प्रसव संबंधी खर्च को आसानी से कवर किया जा सके।
  2. शहरी क्षेत्रों में सहायता: शहरी क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को सार्वजनिक या मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में प्रसव करवाने पर ₹1000 की सहायता राशि दी जाती है। इससे शहरी महिलाओं को भी संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहन मिलता है।
  3. घर पर प्रसव की स्थिति में सहायता: यदि कोई गर्भवती महिला BPL श्रेणी में आती है और उसका प्रसव घर पर होता है, तो उसे ₹500 की नकद सहायता दी जाती है। इस सहायता का उद्देश्य प्रसव के बाद के खर्चों को कुछ हद तक संभालना है।
  4. डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर: पात्र महिलाओं को सहायता राशि डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से उनके बैंक खाते में भेजी जाती है। यह सुविधा वितरण प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाती है।

Janani Suraksha Yojana की पात्रता

जननी सुरक्षा योजना का लाभ केवल उन गर्भवती महिलाओं को ही दिया जाता है जो निम्नलिखित मापदंडों को पूरा करती हैं:

  1. गरीबी रेखा से नीचे (BPL): केवल BPL श्रेणी में आने वाली महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। यह योजना मुख्यतः उन महिलाओं को लक्षित करती है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और प्रसव के दौरान सहायता की आवश्यकता होती है।
  2. उम्र: योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को दिया जाता है जिनकी उम्र 19 वर्ष या उससे अधिक है। 19 वर्ष से कम उम्र की महिलाएं इस योजना के तहत पंजीकरण नहीं कर सकतीं।
  3. बच्चों की संख्या: Janani Suraksha Yojana केवल उन्हीं महिलाओं को लाभ देती है जिनके दो जीवित बच्चे हैं। दो से अधिक बच्चे होने पर इस योजना का लाभ नहीं मिलता है।
  4. संस्थागत प्रसव: केवल उन्हीं महिलाओं को योजना का लाभ मिलता है जिन्होंने सरकारी या चयनित निजी चिकित्सा संस्थानों में प्रसव कराया हो।

जननी सुरक्षा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

Janani Suraksha Yojana के तहत पंजीकरण के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  1. आधार कार्ड (पहचान पत्र के रूप में)
  2. पता प्रमाण (जैसे राशन कार्ड, वोटर ID)
  3. डिलीवरी सर्टिफिकेट (प्रसव के प्रमाण के लिए)
  4. BPL राशन कार्ड (गरीबी रेखा से नीचे होने का प्रमाण)
  5. बैंक खाता विवरण (DBT के लिए)
  6. मोबाइल नंबर (संपर्क के लिए)
  7. पासपोर्ट साइज फोटो (फोटो पहचान के लिए)

Janani Suraksha Yojana में आवेदन प्रक्रिया

जननी सुरक्षा योजना में आवेदन करने के लिए दो प्रमुख विधियाँ हैं – ऑनलाइन और ऑफलाइन।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

  1. वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, जननी सुरक्षा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और ‘ऑनलाइन आवेदन’ पर क्लिक करें।
  2. फॉर्म भरें: पंजीकरण फॉर्म में गर्भवती महिला का नाम, उम्र, और अन्य आवश्यक जानकारी भरें।
  3. दस्तावेज संलग्न करें: आवेदन पत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, BPL राशन कार्ड, आदि अपलोड करें।
  4. फॉर्म सबमिट करें: सबमिट बटन पर क्लिक करके आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।

ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया

  1. फॉर्म डाउनलोड करें: Janani Suraksha Yojana का आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें और उसका प्रिंट आउट लें।
  2. फॉर्म भरें: फॉर्म में सही-सही जानकारी भरें और प्रासंगिक दस्तावेज संलग्न करें।
  3. आशा या आंगनबाड़ी केंद्र पर जमा करें: भरे हुए फॉर्म को अपने नजदीकी आशा कार्यकर्ता या आंगनबाड़ी केंद्र में जमा करें। आवेदन के बाद एक कोड उत्पन्न होगा जिसे भविष्य में संदर्भ के लिए रखा जा सकता है।

निष्कर्ष

Janani Suraksha Yojana भारत सरकार द्वारा महिलाओं और नवजात बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए उठाया गया एक प्रभावशाली कदम है। इस योजना से उन गर्भवती महिलाओं को बड़ी राहत मिलती है जो प्रसव के दौरान वित्तीय दबाव महसूस करती हैं। इसकी सरल आवेदन प्रक्रिया, नकद सहायता, और डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर जैसी सुविधाओं ने इसे एक सफल और लोकप्रिय योजना बना दिया है।

इस लेख के माध्यम से हमने जननी सुरक्षा योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी दी है। आशा है कि इस जानकारी से उन महिलाओं को लाभ मिलेगा जो इस योजना के लाभार्थी बनने के योग्य हैं।

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जननी सुरक्षा योजना से जुड़े महत्वपूर्ण FAQs

जननी सुरक्षा योजना का उद्देश्य क्या है?
जननी सुरक्षा योजना का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना और गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए प्रोत्साहित करना है।
जननी सुरक्षा योजना में किसे लाभ मिलता है?
इस योजना का लाभ BPL श्रेणी में आने वाली, 19 वर्ष से अधिक आयु की, दो जीवित बच्चे रखने वाली और सरकारी या चयनित निजी संस्थान में प्रसव कराने वाली महिलाओं को मिलता है।
ग्रामीण महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना के तहत कितनी सहायता राशि मिलती है?
ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को सार्वजनिक या मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में प्रसव कराने पर ₹1400 की नकद सहायता दी जाती है।
क्या 19 वर्ष से कम आयु की महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकती हैं?
नहीं, जननी सुरक्षा योजना का लाभ केवल 19 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिलाएं ही उठा सकती हैं।
जननी सुरक्षा योजना में आवेदन करने के लिए कौन से दस्तावेज जरूरी हैं?
आवेदन के लिए आधार कार्ड, पता प्रमाण, डिलीवरी सर्टिफिकेट, BPL राशन कार्ड, बैंक खाता विवरण, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होती है।
जननी सुरक्षा योजना का लाभ कैसे प्राप्त होता है?
पात्र महिलाओं को सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है, जिससे उन्हें नकद में राशि प्राप्त होती है।

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